
श्री परमधाम आश्रम - आत्मिक शांति और उन्नति का दिव्य स्थल
श्री सद्गुरू स्वामी परमहंस श्री श्री 108 श्री स्वामी हीरानन्द पुरी जी एवं श्री श्री 108 परमहंस श्री स्वामी परमज्ञानानन्द पुरी जी द्वारा बताए गए समाज कल्याण के कार्यों की पूर्ति एवं सामाजिक व आध्यात्मिक चरित्र निर्माण, संस्कृत पाठशालाएं बनाना तथा आयुर्वेदिक चिकित्सा का प्रसार करना ।
निःशुल्क औषधालय स्थापित करना व चलाना, पुस्तकालय,धर्मशाला,गौशाला, स्थापित करना व चलाना, वृक्षारोपण, छात्रावास, स्थापित करना,छात्रवृति प्रदान करना,अनाथ बच्चों, असहाय वृद्धजनों की एवं दरिद्र नारायण की निःशुल्क सेवा करना।
आश्रमों के द्वारा अध्यात्म सत्संग व चरित्र निर्माण के सुसंस्कृत कार्यक्रमों का आयोजन करवाना एवं बाढ़ पीड़ितों की सहायता व सेवा करना।
जाति,धर्म,संप्रदाय,लिंग, वर्ग के भेदभाव से रहित होकर सेवा संस्था के साधनों के अनुसार करना।
सन्त- साधुओं चाहे वे किसी भी धर्म एवं संप्रदाय से संबंधित हो,धर्म प्रचारकों,तीर्थयात्रियों,वृद्धजनों, विद्यार्थियों व असमर्थ रोगियों की औषधि, वस्त्र,भोजन, चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराना व गुजारा भत्ता देना।